Yog Kya Hai | जानिए योग के महत्व के बारे में

दोस्तों, हमारे देश में कई योग पुरुष और ज्ञानी हो चुके है, जिन्होंने योग से अपना जीवन बदल दिया। योग का संबंध लोगों से आज का नहीं है, ये संबंध सदियों पुराना है। कुछ समय से लोगों का योग के प्रति रुझाव बढ़ता जा रहा है, जो की एक अच्छी बात है। पूरी दुनिया में 21 जून 2014 से Yog Day मनाया जा रहा है। इस कारण लोगों में योग के प्रति रूचि जगी है, और लोगों ने अपने जीवन में योग को अपनाया है। लेकिन कुछ लोगों को योग का सही मतलब नहीं पता, वो लोग कसरत को ही योग समझ बैठते है। क्या आपको पता है Yog Kya Hai? अगर आप भी जानना चाहते है की योग क्या है? तो आप बिल्कुल सही जग़ह पर आए हो, आज के आर्टिकल में हम योग का मतलब और महत्व जानेंगे। चलिए शुरू करते है,

Yog Kya Hai

Yog Kya Hai Hindi | Yog Meaning in Hindi

आपने कई पुस्तकों में पढ़ा होगा की पहले के लोग योग साधना में बैठे रहते था। योग करके वे अपने मन और शरीर को स्वस्थ रखते थे। योग आपके मन और विचार को सकारात्मक रखता है। हम सब जानते है योग न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया में किया जाता है। बात करे योग की तो आपको बता दे की ‘योग’ शब्द संस्कृत से लिया गया है और योग का अर्थ है जुड़ना या एकजुट होना, जो शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक है। योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी। योग में आसान, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से मन, श्वास और शरीर के विभिन्न अंगो को एक दूसरे से जोड़ा जाता है। कई लोगों शरीर को अलग अलग तरह से मोड़ने को योग समझ बैठते है। वैसे आसान भी एक योग है, लेकिन योग सबसे पहले बाहरी शरीर को लाभ पहुँचता है। योग क्या है और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है, जानते जानते है।

Yog Kya Hai Meaning

योग के बारे में लोगों का सोचना है की योगासन और प्राणायाम करना ही योग है, लेकिन योग एक पद्धति है। आसान और प्राणायाम योग के सहायक साधन है, जिसकी मदद से शारीरिक, मानसिक और आत्मीय उन्नति कर सकते है। योग शब्द संस्कृत शब्द यूज पर से आया है, जिसका शाब्दिक अर्थ जोड़ना होता है। योग व्यक्ति को परमात्मा से जोड़ने का कार्य करता है। योग एक विज्ञान भी है, जो व्यक्ति के जीवन को आदर्श शिखाता है।

योग एक अनुशासन भी है, जो अनु और शासन शब्द से बना है। अनु का मतलब सूक्ष्म कण या विचार और शासन का मतलब राज करना होता है। इस तरह योग का एक अर्थ शरीर के सूक्ष्म विचारों पर राज करना होता है। योग का इतिहास 5000 साल पुराना है। आप योग में योगासन और प्राणायाम द्रारा अपने शरीर को कई लाभ पहुँचा सकते है। अब तक हमने जाना की Yog Kya Hai Meaning के बारे में। चलिए योग के महत्व और फायदे के बारे में जानते है,

योग का महत्व

दुनियाभर में योग का चलन बढ़ रहा है। इसकी लोकप्रियता का एक मुख्य कारण यह है कि डॉक्टर भी मरीजों को योग की सलाह दे रहे हैं। वैज्ञानिकों द्वारा योग का गहन अध्ययन किया जा रहा है और यह साबित हो गया है कि योग मन और शरीर दोनों को शांत और आराम देता है और आत्मा को ऊपर उठाता है। अच्छा दिमाग पाने और खुद को स्वस्थ रखने के लिए यह एक असाधारण अनुशासन है।

योग बहुआयामी लाभ प्रदान करता है। योग में कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण शामिल है और यह मन की जागरूक और सकारात्मक स्थिति से दैनिक मुद्दों, निरंतर चिंताओं और स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है। योग के अन्य लाभ यह हैं कि व्यक्ति में सचेतनता का विकास होता है, मस्तिष्क की शक्ति में सुधार होता है, उपचार शुरू होता है, मानसिक और भावनात्मक रुकावटें खुलती हैं, शरीर को गति मिलती है और लचीलेपन को बढ़ावा मिलता है, श्वास में सुधार होता है।

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Yog Kya Hai Benefits | योग के फायदे

एक अभ्यास के रूप में योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, विकास और उपचार के लिए कई लाभ प्रदान करता है। योग जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों या पीठ के दर्द को कम करने में अद्भुत काम करता है। यह रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद करता है, मस्तिष्क की कार्यक्षमता, हृदय की कार्यप्रणाली और फेफड़ों की क्षमता, मांसपेशियों की ताकत, संतुलन और लचीलेपन और भी बहुत कुछ में सुधार करता है।

योग के शारीरिक स्वास्थ्य लाभ:

निरंतर योगाभ्यास से मिलने वाले शारीरिक स्वास्थ्य लाभों के बारे में लोग बेहतर जानते हैं। इनमें से सबसे आम हैं:

1) बेहतर लचीलापन और संतुलन:

योग आसन और मुद्राओं के अभ्यास से शरीर अलग-अलग दिशाओं में गति करता है जिससे शरीर के लचीलेपन में सुधार करने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, योग आसन वजन को संतुलित करने, मुद्रा को सही करने और फोकस बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।

2)मांसपेशियों को मजबूत बनाता है:

योग आसन कोर और मांसपेशियों की ताकत बनाने में मदद करते हैं। नियमित अभ्यास से सहनशक्ति, ऊपरी शरीर और मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है।

3) हृदय और फेफड़ों की बेहतर कार्यप्रणाली:

योग का एक उल्लेखनीय स्वास्थ्य लाभ यह है कि यह हृदय स्वास्थ्य और शरीर में ऑक्सीजनेशन में सुधार करता है और हृदय रोगों के विकास के जोखिम को कम करता है। जब कोई नियमित रूप से योग आसन और प्राणायाम का अभ्यास करता है, तो यह हृदय गति, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल स्तर और बीएमआई को कम करता है। प्राणायाम के माध्यम से श्वास नियंत्रित होती है और फेफड़ों की कुल क्षमता में वृद्धि करके उनकी कार्यक्षमता में सुधार होता है।

4) रक्त संचार को बढ़ावा देता है:

योग आसन और प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति में सुधार करते हैं और शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाते हैं। इस बेहतर रक्त प्रवाह से हमारे अंगों के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। हमारी त्वचा चमकने लगती है.

5) बेहतर मुद्रा

योग आसन का अभ्यास व्यक्ति को अपने शरीर और स्वयं के प्रति अधिक जागरूक बनाता है। इसके साथ, व्यक्ति अपने आसन के बारे में अधिक सचेत होना शुरू कर देता है – जिस तरह से वह बैठता है, खड़ा होता है और चलता है। योग आसन संतुलन और नियंत्रण में मदद करते हैं।

6) रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

योग प्रतिरक्षा बनाने में मदद करता है और शरीर की प्रत्येक कोशिका को बढ़ावा देता है। योग से शरीर की ताकत बढ़ती है, शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियां दूर रहती हैं। यह निरंतर योग अभ्यास के माध्यम से प्राप्त एक बहुत ही महत्वपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य लाभ है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग

1) तनाव कम करता है

तनाव कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण है। योगाभ्यास से ‘कोर्टिसोल’ नामक तनाव हार्मोन में कमी आती है और ‘सेरोटोनिन’ नामक आनंददायक हार्मोन में वृद्धि होती है। योग तनावग्रस्त तंत्रिकाओं को आराम और शांति प्रदान करता है।

योग आसन, प्राणायाम और ध्यान नकारात्मक विचारों से ध्यान हटाकर वर्तमान क्षण पर केंद्रित करने में मदद करते हैं। यह अवसादग्रस्त लक्षणों और चिंता को कम करता है।

2) नींद की गुणवत्ता में सुधार

योग ‘मेलाटोनिन’ के स्राव में मदद करता है – एक हार्मोन जो नींद लाने और अच्छी गुणवत्ता वाली नींद दिलाने में मदद करता है। योग आसन और प्राणायाम के अभ्यास से, मन शांत हो जाता है और विश्राम की स्थिति में पहुंच जाता है जो अंततः मन और शरीर को सोने के लिए तैयार करता है।

3) फोकस और जागरूकता में वृद्धि

फोकस और एकाग्रता दो ऐसे पहलू हैं जिन्हें बनाए रखने के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ता है, चाहे वह काम पर हो या घर पर। मन की लगातार बकबक से ध्यान और फोकस हमेशा भटकता रहता है। मन में विचार हमेशा दौड़ते रहते हैं, एकाग्रता विभाजित हो जाती है और स्थिरता प्राप्त करना कठिन होता है।

4) ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और सुस्ती को कम करता है

योग आसन के अभ्यास के बाद व्यक्ति को थकान महसूस नहीं होती है और न ही थकावट का अनुभव होता है। व्यक्ति चार्ज हो जाता है और ऊर्जावान महसूस करता है। योग व्यक्ति को अधिक सक्रिय बनाता है और आलस्य को कम करता है।

5) क्रोध प्रबंधन और बढ़ी हुई शांति

योग के सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक यह है कि यह क्रोध को नियंत्रित करने में मदद करता है और व्यक्ति को अधिक शांत और तनावमुक्त बनाता है। योग मानसिकता को व्यापक बनाता है, रुकावटों को खोलता है और व्यक्ति को अधिक सहानुभूतिपूर्ण और दूसरों की भावनाओं को समझने वाला बनाता है।

दोस्तों हमने आज के Article में “Yog Kya Hai” के बारे में जाना। अगर आपने यहाँ तक ये आर्टिकल पढ़ा है, तो आपको अभी तक समझ आ गया होगा की Yog Kya Hai. अगर आपको हमारा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे Share करना। अगर आपको कोई सवाल हो तो आप हमे Comment भी कर सकते है। Thanks….

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