Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai | हिन्दू धर्म का महत्व

नमस्कार दोस्तों, हम सब जानते ही है की हमारा भारत देश विविधता में एकता का प्रतिक है। यानि भारत देश में सभी धर्म ,जाती के लोग एक-साथ भाईचारे से रहते है। धर्म हमे एक पहचान देता है। धर्म को इंसान ने ही बनाया है। कैसे जीना वो धर्म ही हमें शिखलाता है। वैसे तो दुनिया में हिंदू ,मुस्लिम ,सिख ,ईसाई जैसे कई सारे धर्म है। लेकिन जब बात आती है ,सबसे पुराने धर्म की तो सभी अपने अपने धर्म को पुराना और बड़ा बताते है। लेकिन Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai ये बात जानने की लिए धर्म ग्रंथ और वेद पढ़ना जरुरी है। क्या आप भी जानना चाहते है की सभी धर्म में सबसे पुराना धर्म कौन सा है। तो चलिए आज के आर्टिकल में जानते है की Hindu Dharm Kitna Purana Hai?

Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai

सबसे पुराना धर्म कौन सा है | Which Is The Oldest Religion In The World

दोस्तों जैसा की हम सब जानते है की दुनिया में कई धर्म है। और धर्म ही हमे जीवन जीने की राह बताता है। धर्म एक परंपरा है।जो एक बड़ा समुदाय इस परंपरा को अपनाता है। वो इस धर्म का कहलाता है। धर्म ही है जो लोगो का आचरण ,रीती -रिवाज प्रस्तुत करता है। अगर बात करे की हिन्दू ,मुस्लिम ,शीख ,ईसाई जैसे सभी धर्मो में सबसे बड़ा धर्म कौनसा है। तो सभी अपने अपने धर्म को बड़ा बताएगे। लेकिन कौन धर्म पहले आया उसीके आधार पर कहाँ जाएगा की सबसे पुराना धर्म कौनसा है। तो आपको बता दे की सबसे पुराना धर्म “सनातन धर्म” यानि “हिन्दू धर्म” है। क्योंकि हमारे वेदों में ये बताया गया है की सबसे पहले हिन्दू धर्म की स्थापना हुई थी।

वैसे तो दुनिया में करीब 10 हजार जितने धर्म है। मुस्लिम और ईसाई धर्म के अनुयायी पुरी दुनिया में ज्यादा है। सबसे ज्यादा मानने वाले धर्म में हिन्दू धर्म तीसरे स्थान पर आता है। लेकिन सनातन धर्म को व्यापक रूप से सबसे पुराना माना जाता है। सनातन का मतलब ही “शाश्वत” या “हमेंशा बना रहने वाला” होता है। सनातन धर्म भारतीय धर्म कहलाता है। सनातन धर्म को वैकल्पिक हिन्दू धर्म के नाम से जाना जाता है।

Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai | Hindu Dharm Kitna Purana Hai

दोस्तों सभी धर्मो में सनातन यानि हिन्दू धर्म सबसे पुराना है। लेकिन Sanatan Dharm Kitna Purana Hai ये जानना भी जरुरी है। चलिए जानते है की Hindu Dharm Kitna Purana Hai. ऐसा माना जाता है की हिन्दू धर्म मानव उत्पति से भी पहले से है। सनातन धर्म का सबसे पुराना होने का प्रमाण ऋग्वेद में भी बताया गया है। जो की एक प्राचीन और प्रमाणित ग्रंथ है।

हिन्दू धर्म के मानने वाले लगभग 900 मिलियन लोगों है। आपके मनमें यह सवाल भी आ रहा होगा की Bharat Ka Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai. भारत में क़रीब 95 % लोग हिन्दू धर्म का पालन करते है। विद्रानो ने मतानुसार हिन्दू धर्म लगभग 90 हजार वर्षो पुराना बताया जाता है। और इस बात का सबूत यह है की 8 हजार ईसा पहले सिंधु घाटी में हिन्दू लोग ही रहते थे। हिन्दू धर्म में जीवन जीने की शैली को बड़े अच्छे तरिके से समजाया गया है। भगवान की पूजा ,भजन-कीर्तन, प्रार्थना, यज्ञ,ध्यान जैसी सारी बातें हिन्दू धर्म में वर्णन की गई है।

स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागों में की सर्वधर्म सम्मलेन में तर्कों और विचारों के आधार पर धर्म की श्रेष्ठ्ता को शाबित कर दिया था। इसलिए इस बात पर ज़रा भी संदेह नहीं करना चाहिए की सनातन धर्म ही सबसे पुराना और श्रेष्ठ है।

हिन्दू धर्म का महत्व | Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai

हिन्दू धर्म में चार वेदों का उल्लेख बताया गया है। चार वेदों में ऋग्वेद ,सामवेद ,यजुर्ववेद ,अथर्ववेद शामिल है। वेद के साथ 108 उपनिषद भी है। छह वेदांग भी है जिसमे कल्प, शिक्षा, व्याकरण, ज्योतिष, छंद और नियुक्त हे।

हिन्दू धर्म में 18 पुराण ,रामायण ,महाभारत नामके धर्मग्रंथ है। जो हमें जीवन जीने की सही राह बताते है। श्रीमद भागवत गीता में वेद ,उपनिषद का निचोड़ है ,जिसमे महाभारत का एक हिस्सा भी है।

हिंदू कई अलग-अलग देवताओं और छोटे देवताओं की पूजा करते हैं, कई प्रतीकों का सम्मान करते हैं, कई अलग-अलग पवित्र पुस्तकों का सम्मान करते हैं और विभिन्न प्रकार की परंपराओं, छुट्टियों और रीति-रिवाजों के साथ जश्न मनाते हैं।

यद्यपि भारत में जाति व्यवस्था का विकास हिंदू अवधारणाओं से प्रभावित था, इसे पूरे इतिहास में राजनीतिक और धार्मिक आंदोलनों द्वारा आकार दिया गया है, और आज इसे बहुत कम कठोरता से लागू किया जाता है।

Kya Sabse Purana Dharm इस्लाम धर्म Hai

चलिए जानते है Islam Dharm Kitna Purana Hai. दुनिया में इस्लाम और ईसाई धर्म के लोग सबसे ज़्यादा पाए जाते है। ऐसा माना जाता है की इस्लाम धर्म की शुरुआत आज से करीब 1400 ईसा पहले हुई थी।

इस्लाम की शुरुआत सातवीं शताब्दी में हुई जब इसके संस्थापक पैगंबर मुहम्मद का दावा है कि देवदूत गेब्रियल उनसे मिलने आए थे और उन्हें अल्लाह के शब्द (मुसलमानों द्वारा “ईश्वर” के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अरबी शब्द) दिया था।

देवदूत अगले दो दशकों तक मुहम्मद की मृत्यु तक उनसे मिलने आता रहा। यह मानते हुए कि उन्हें अल्लाह के संदेश को दुनिया में लाने के लिए चुना गया था, मुहम्मद ने इन पवित्र संदेशों को कुरान के पवित्र पाठ में लिखवाना शुरू कर दिया। उनकी मृत्यु के 100 वर्षों के भीतर, इस्लाम धर्म अरब प्रायद्वीप से पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ फैल गया।

कई लोगो का सवाल है की Kya Islam Sabse Purana Dharm Hai. तो आपको बता दे की मुस्लिम धर्म के संस्थापक माने जाने वाले मुहम्मद का जन्म 570 ईसा में हुआ था। जबकि हिन्दू धर्म इससे पहले से ही दुनिया में है। तो हिन्दू ही ऐसा धर्म है जो दुनिया में सबसे पहले आया था। और उसकी के बाद ही बाकि सब धर्म आए।

Kya ईसाई धर्म Sabse Purana Dharm Hai

दुनिया में ईसाई धर्म पालने वालो की संख्या हिंदूओ से ज़्यादा है। लेकिन ईसाई धर्म लगभग 2000 साल पहले ही शुरू किया था।

ईसाई धर्म को अपना नाम और आधार एक व्यक्ति, ईसा मसीह से मिला है। नाज़रेथ के यीशु के शुरुआती अनुयायियों को ईसाई कहा जाता था, जिसका अर्थ है “छोटे मसीह।” ईसाइयों का मानना ​​है कि यीशु ईश्वर के पुत्र हैं और यहूदी धर्मग्रंथों के अनुसार मसीहा का वादा किया गया है।

इस धर्म ने यहूदी धर्म के विस्तार के रूप में पहली सदी के यरूशलेम में जड़ें जमा लीं जब यीशु मसीह (जिसका अर्थ है “अभिषिक्त व्यक्ति”) नामक एक यहूदी व्यक्ति ने अपना मंत्रालय शुरू किया। उनके उल्लेखनीय जीवन और शिक्षाओं ने एक आंदोलन को जन्म दिया जो तेजी से पूरे प्राचीन विश्व में फैल गया।

यहूदी धर्म

यहूदी धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है, जो लगभग 4,000 साल पुराना है, और इसे मूल इब्राहीम धर्म (जिसमें इस्लाम और ईसाई धर्म शामिल हैं) माना जाता है। एकेश्वरवादी आस्था के रूप में, यहूदी धर्म के अनुयायी एक ईश्वर में विश्वास करते हैं जिसने खुद को प्राचीन पैगंबरों के माध्यम से प्रकट किया, जिनमें अब्राहम, इसहाक, जैकब, मूसा, सोलोमन और अन्य शामिल हैं।

कई पवित्र ग्रंथों के अलावा – जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण तोरा है – यहूदियों का मानना ​​है कि दस आज्ञाएँ ईश्वर द्वारा मूसा को सौंपे गए पवित्र कानून हैं। दुनिया भर में, आज लगभग 14 मिलियन यहूदी हैं, जो आराधनालयों के नाम से जाने जाने वाले धार्मिक केंद्रों में पूजा करते हैं।

जैन धर्म

जैन धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है, जिसकी उत्पत्ति कम से कम 2,500 साल पहले भारत में हुई थी। जैन धर्म का आध्यात्मिक लक्ष्य पुनर्जन्म के अंतहीन चक्र से मुक्त होना, और मोक्ष नामक सर्वज्ञ अवस्था को प्राप्त करना है। इसे अहिंसक जीवन या अहिंसा जीकर प्राप्त किया जा सकता है। जिससे अन्य जीवन रूपों पर जितना संभव हो उतना कम नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म एक आस्था है जिसकी स्थापना सिद्धार्थ गौतम ने की थी – जिन्हें “बुद्ध” के नाम से भी जाना जाता है। भारत में 2,500 साल से भी पहले। अनुमानित 500 मिलियन से एक अरब अनुयायियों के साथ, विद्वान बौद्ध धर्म को प्रमुख विश्व धर्मों में से एक मानते हैं। एक गैर-आस्तिक आस्था के रूप में जिसमें पूजा करने के लिए कोई भगवान या देवता नहीं है। कुछ विद्वान बौद्ध धर्म को एक संगठित धर्म के बजाय एक दर्शन या एक नैतिक संहिता के रूप में वर्णित करते हैं।

सिख धर्म

सिख धर्म, धर्म और दर्शन की स्थापना 15वीं शताब्दी के अंत में भारतीय उपमहाद्वीप के पंजाब क्षेत्र में हुई। इसके सदस्यों को सिख के रूप में जाना जाता है। सिख अपने विश्वास को गुरमत (पंजाबी: “गुरु का मार्ग”) कहते हैं। सिख परंपरा के अनुसार, सिख धर्म की स्थापना गुरु नानक (1469-1539) द्वारा की गई थी। उसके बाद नौ अन्य गुरुओं ने इसका नेतृत्व किया। सिखों का मानना ​​है कि सभी 10 मानव गुरुओं में एक ही आत्मा का वास था।

दोस्तों आज के Article में हमने Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai के बारे में जाना। आशा करते है आपको इस Article में अपने सवाल का जवाब मिल गया होगा। और अगर आपको यह Post अच्छी लगी हो तो इसे दोस्तों में Share करना ना भूले। और आपके मनमे कुछ सवाल हो तो आप Comment भी कर सकते है। हमारा Article यहाँ तक पढ़ने के लिया आपका धन्यवाद ….

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