Hampi Ki Khoj Kisne Ki | जानिए हम्पी क्यों प्रसिद्ध है और इसका इतिहास

दोस्तों, भारत देश में कई सारे पुरातत्वीय मंदिर और इमारतें आज भी मौजूद है, जो पहले के समय की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाती है। लेकिन कुछ इमारतें और मंदिर आज खण्डर की हालत में पड़ी हुई है। ऐसे ही हम्पी में स्थित खंडरो का भी आज यही हाल है। क्या आपको पता है की Hampi Ki Khoj Kisne Ki थी। अगर आप भी हम्पी के इतिहास और उससे जुडी जानकारी जानने में दिलचस्पी है। तो आज के आर्टिकल में आपको हम्पी की खोज कब और किसने की के बारे में जानने मिलेगा। चलिए जानते है की हम्पी की खोज किसने की थी।

Hampi Ki Khoj Kisne Ki

हम्पी की खोज कब और किसने की | हंपी की खोज कैसे हुई

आपको बता दे की हम्पी या विजयनगर भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक नगर है, जिसे यूनेस्को के विश्व के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है। हम्पी के खंडरो को 1800 में प्रकाश में लाया गया था। हम्पी में विजयनगर के खंडरो को कर्नल कार्लिन मैकेंजी नामक पुरातात्विक ओर इंजीनियर द्रारा प्रकाश में लाया गया था। कार्लिन मैकेंजी उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी में कार्यरत थे।

हम्पी के इस स्थान का पहला सर्वेक्षण उनके ही द्रारा किया गया था। शुरुआत में उन्होंने जब जानकारी हासिल की तो उन्हें, विरुपाक्ष मंदिर तथा पंपादेवी के पूजा स्थान की स्मृतियाँ मिली।

फिर 1856 से फोटोग्राफरो ने स्मारकों को रिकॉर्ड करना शुरू किया, जिसकी मदद से विद्रानो को इस जग़ह का अध्ययन करने में मदद मिली। हम्पी के अन्य मंदिरों में पाए गए शिलालेखों को पुरालेखविदों ने 1836 में ही एकत्र करना शुरू कर दिया था। 1815 में कॉलिन मैकेंजी को भारत के पहले सर्वेयर जनरंल के रूप में नियुक्त किया गया था।

हम्पी का इतिहास

हम्पी, हम्पे या विजयनगर कहो ये मध्यकालीन समय में हिन्दू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी। हम्पी नगर तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित था, जो पम्पा से निकला हुआ था। और अब ये हम्पी के नाम से जाना जाता है। हम्पी पहले एक समृध्द नगर हुआ करता था, लेकिन अब सिर्फ खंडहर के रूप में अवशेष ही रह गए है। यूनेस्को द्रारा भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित हम्पी को विश्व के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है।

विजयनगर की स्थापना हरिहर प्रथम और उनके भाई बुक्का राय प्रथम द्रारा 1336 में की गई थी। उन्होंने ही हम्पी को राजधानी बनाया था। हम्पी को “विजयनगर” या “विजय का शहर” के नाम से भी जानते है। यह उत्तर में कृष्णा नदी से लेकर प्रायद्रीप के चरम दक्षिण पाक फैला हुआ है। विजयनगर साम्राज्य पर संगम, सलुव, तुलुव और अरविडु नामक चार महत्वपूर्ण राजवंशों का शासन था।

Hampi Temple | Hampi Ki Khoj Kisne Ki

Hampi Temple


हम्पी का रथ किसने बनवाया

हम्पी यहाँ बने पत्थर के रथ से प्रसिद्ध है, यह रथ मशहूर तीन रथों में से एक है, हम्पी का ये मंदिर रथ के समान दिखता है। भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को समर्पित ये मंदिर, कहा जाता है की पहले के समय में इस मंदिर के ऊपर पक्षियों के राजा माने जाने वाले गरुड़ की मूर्ति हुआ करती थी,जो बिल्कुल पक्षी जैसी दिखती थी। यह पूरा मंदिर ग्रेनाइट का बना है, और ऐसा भी कहा जाता है की पहले किसी समय में ये पहिये घुमा करते थे।

हम्पी रथ भारत के तीन प्रसिद्ध पत्थर रथों में से एक है। हम्पी रथ 16वी शताब्दी में विजयनगर के शासक राजा कृष्णदेवराय के आदेश पर बनाया गया था। यह रथ पर द्रविड़ शैली में नक्शीकाम किया गया है, जिसमे पौराणिक युद्ध के दृश्य भी दिखाए गए है। यह दो विशालकाय पहियों पर खड़े होकर दो हाथी रथ को खींचते हुए दिखाई पड़ते है।पत्थर का ये रथ कई सारे छोटे पत्थरों से बनाया गया है। विजयनगर साम्राज्य के अंत में सेना के आक्रमण से यह पत्थर का रथ आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने सुरक्षा के लिए हम्पी के इस प्रसिद्द पत्थर के रथ को चारो और लकड़ी के बेरिकेड लगा दीए गए है। क्योकि यहाँ आने वाले पर्यटक इन स्मारकों के करीब पहुंच जाते है, और इन्हे छूने की कोशिश करते है। स्मारक को क्षति से बचाने के लिए ASI द्रारा ये कदम उठाए गए है।

Hampi Ki Khoj Kisne Ki in English

Hampi Ki Khoj Kisne Ki in English means Hampi was discovered by Colonel Colin McKenzie. The ruins of Hampi were brought to light by Colonel Colin Mackenzie in 1800. Hampi, the capital of the Vijayanagara Empire, was discovered by Colonel Colin Mackenzie. Mackenzie, who was a renowned engineer, surveyor and cartographer.

तो यह थी “Hampi Ki Khoj Kisne Ki” के बारे में कुछ जानकारी। आशा करते है आपको इस Article कुछ जानकारी मिली होगी। और अगर आपको यह Post अच्छी लगी हो तो इस Share करना ना भूले और कुछ समज में ना आया हो तो आप Comment भी कर सकते है। हमारा Article यहाँ तक पढ़ने के लिया आपका धन्यवाद ….

FAQ’s About  “Hampi Ki Khoj Kisne Ki”

1. हम्पी कहाँ स्थित है?

हम्पी या विजयनगर भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक नगर है, जिसे यूनेस्को के विश्व के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है।

2. हम्पी क्यों प्रसिद्ध है?

हम्पी यहाँ बने पत्थर के रथ से प्रसिद्ध है, यह रथ मशहूर तीन रथों में से एक है, हम्पी का ये मंदिर रथ के समान दिखता है। भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को समर्पित ये मंदिर, कहा जाता है की पहले के समय में इस मंदिर के ऊपर पक्षियों के राजा माने जाने वाले गरुड़ की मूर्ति हुआ करती थी,जो बिल्कुल पक्षी जैसी दिखती थी।

3. हम्पी की खोज किसने और कब की थी?

हम्पी में विजयनगर के खंडरो को कर्नल कार्लिन मैकेंजी नामक पुरातात्विक ओर इंजीनियर द्रारा प्रकाश में लाया गया था। कार्लिन मैकेंजी उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी में कार्यरत थे।

4. हंपी का नाम हम पर कैसे पड़ा?

हम्पी शब्द कन्नड़ के हम्पे शब्द से पड़ा है और हम्पे शब्द तुंगभद्रा नदी के प्राचीन नाम पम्पा से आया था।

5. हंपी का दूसरा नाम क्या है?

हम्पी का पारंपरिक नाम पम्पा-क्षेत्र, जो हिंदू धर्मशास्त्र के अनुसार देवी पार्वती का दूसरा नाम है। हम्पी किष्किंधा-क्षेत्र या भास्कर-क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है।

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