दोस्तों, जैसा की हमें पता है की आज Election था। आप इलेक्शन शब्दों को कई बार सुनते होंगे। लेकिन क्या आपको पता है की Election Kya Hai ? अगर आप भी जानना चाहते है की इलेक्शन क्या है और इसकी प्रक्रिया क्या होती है। तो आज का आर्टिकल आपके लिए ही है। चलिए जानते है की Election Kya Hai in Hindi और भारत में चुनाव की प्रक्रिया क्या है।
Election Kya Hai ? | Election Kya Hai in Hindi
जैसा की आपको बता दे की Election एक इंगलिश शब्द है। Election का हिंदी अनुवाद “चुनाव” होता है। चुनाव एक प्रक्रिया है, जो जनता द्रारा की जाती है। Election भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत का लोकतंत्र चुनाव प्रक्रिया पर ही निर्भर है। चुनाव या निर्वाचन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें लोगों द्रारा अपना प्रतिनिधि चुना जाता है। चुनाव अलग अलग स्तर पर आयोजित किए जाते है। चुनाव में जनता द्रारा जनता के लिए और जनता में से ही एक प्रतिनिधि चुना जाता है।
चुनाव के उद्देश्य क्या है
जैसा की हमने आगे देखा की चुनाव प्रक्रिया का मतलब ही लोगों का फैसला है यानि चुनाव प्रक्रिया एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें जनता को निर्णय और पसंदगी मानी जाती है। चुनाव का मुख्य उदेश्य जनता का मत जानना और जो प्रतिनिधि वर्तमान में काम कर रहा है ,वो सही है या गलत जानना है। पहले जब अंग्रेजों का शासन था, तब देश की जनता को अपनी मर्ज़ी से कुछ नहीं करने को मिलता था। उस समय सब गुलाम थे, अंग्रेज सरकार जनता पर जो जुल्म करती वो उसे सहन करना होता था। लेकिन अभी ऐसा नहीं है।
चुनावी प्रक्रिया का यह उद्देश्य है की जनता का विश्वास और चुनाव प्रक्रिया के लिए जागरूकता बढ़ाना है। चुनाव के माध्यम से आप अपनी इच्छा के अनुसार किसी को भी चुन सकते है।
भारत में चुनाव क्यों लोकतांत्रिक है
वैसे तो चुनाव ज़्यादातर देशो में गैर लोकतांत्रिक तरीके से भी होते है। लेकिन जैसा की हमें पता है की भारत एक लोकशाही देश है। जहाँ चुनाव लोगों की सहमति से होते है। चुनाव का आधार लोकतांत्रिक को माना जाता है। आपके मनमें सवाल आ रहा होगा की भारत में चुनाव क्यों लोकतांत्रिक है ? तो आपको बता दे की हमारा देश भारत लोकतांत्रिक है, इसलिए चुनाव का लोकतांत्रिक होना आवश्यक है। चलिए नीचे कुछ जरुरी शर्ते दी गई है, उसके माध्यम से जानते है की भारतीय चुनाव लोकतांत्रिक क्यों है,
देश के सभी नागरिक को समान हक दिया गया है, इसलिए देश के हर व्यक्ति को मताधिकार मिले और सबके मत का समान मूल्य हो।
चुनाव का लोकतांत्रिक होना इसलिए जरुरी है की, चुनाव प्रक्रिया में अलग अलग पार्टियों और उमीदवारों को चुनाव में उतरने का मौका मिले। साथ की मतदारों को मतदान की आज़ादी और विकल्प मिले।
चुनाव को नियमित कुछ समय के अंतराल में आयोजित करना चाहिए। कुछ वर्षो में चुनाव का होना जरुरी है।
चुनाव का विजेता वही होना चाहिए जो देश और जनता के लिए और उनके पसंद का हो।
चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए। जिससे लोग अपनी इच्छा और पसंद से मतदान कर सके।
वैसे तो ये सारी बातें सुनने में आसान लग रही है, लेकिन कई देशों में चुनाव की इन शर्तो का भी पालन नहीं किया जाता।
लोकतंत्र में चुनाव क्यों जरूरी है
चुनाव का एक अर्थ लोकतंत्र भी है, क्योंकि जहाँ लोकतंत्र होगा वहाँ चुनाव भी होगा। चुनाव का अर्थ ही लोगों के मत को जानना और अमल करना है। लोकतंत्र लोगों की पसंद से चलना है, चुनाव भी लोगों की पसंद को बताता है। चुनाव में पार्टियों की तरफ से उमीदवार को उतारा जाता है, और जनता अपना मत अपने पसंद से देती है। वो जिस उमीदवार को चुनती है, वो ही चुनाव का विजेता बनता है। लोकतंत्र चुनाव बिना अधूरा है, इसलिए लोकतंत्र में चुनाव का होना जरुरी है।
भारत में चुनाव के प्रकार
देश में कई तरह के चुनाव होते है। भारत (EC), आम चुनाव, विधानसभा चुनाव, राज्य विधानमंडल चुनाव, राष्ट्रपति चुनाव, जनमत संग्रह, जनमत संग्रह, स्थानीय निकाय चुनाव जैसे।
1) आम चुनाव (लोकसभा) | General Election Kya Hai in Hindi
- लोकसभा या लोगों का सदन या भारत के निचले सदन के सदस्य संसद का चुनाव सीधे मतदान द्रारा किया जाता है। उम्मीदवार को एक सेट से चुना जाता है।
- भारत का प्रत्येक 18 साल से ऊपर का नागरिक अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्र से मतदान कर सकता है।
- लोकसभा चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को ‘संसद सदस्य’ कहा जाता है।
और पांच साल तक या राष्ट्रपति द्वारा निकाय को भंग किए जाने तक अपनी सीट पर बने रहते हैं - संसद के लिए 543 सदस्यों को चुनने के लिए यह चुनाव 5 साल में एक बार होता है (निचला सदन)।
- केंद्र सरकार बनाने का दावा करने के लिए किसी पार्टी को 272 सांसदों की जरुरत होती है।
2) राज्य विधानसभा चुनाव
- राज्य विधान सभाओं के सदस्यों का चुनाव सीधे मतदान द्वारा किया जाता है। ये अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के एक समूह से चुने जाते हैं।
- भारत का प्रत्येक वयस्क नागरिक अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्र से मतदान कर सकता है।
- राज्य विधान सभा चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को बुलाया जाता है
‘विधान सभा के सदस्य’। - निर्वाचित उम्मीदवार पांच साल या निकाय बनने तक अपनी सीट पर बने रहते हैं
राज्यपाल द्वारा भंग कर दिया गया। - प्रत्येक विधानसभा की कुल संख्या प्रत्येक राज्य पर निर्भर करती है, जो अधिकतर जनसंख्या के आकार पर आधारित होती है
- लोकसभा “नीचला सदन” भी कहा जाता है।
3) राज्यसभा चुनाव (उच्च सदन)
- राज्यसभा (जिसे राज्यों की परिषद के रूप में भी जाना जाता है) या ऊपरी के लिए उम्मीदवार
भारत की संसद का चुनाव सीधे नागरिकों द्वारा नहीं किया जाता है। - राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव जो पहले ही चुन चुके हैं या लोकसभा चुनाव जीते या जिन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा उन उम्मीदवारों द्वारा किया जाता है।
- राज्यसभा में संसद के प्रत्येक सदस्य को एक को छोड़कर छह वर्ष का कार्यकाल मिलता है
- प्रत्येक दो वर्ष में एक तिहाई सदस्य बदल जाते हैं।
4) स्थानीय निकाय चुनाव
- स्थानीय निकाय चुनावों के लिए, प्रतिनिधि सीधे संबंधितों द्वारा चुने जाते हैं
एक छोटे भौगोलिक क्षेत्र के लिए लोग। - विभिन्न प्रकार के स्थानीय निकायों में निगम, नगर पालिकाएँ, पंचायतें इत्यादि शामिल हैं।
General Election 2024 Schedule
Phase | Date | Constituencies | States |
1 | 19 Apr 2024 | 102 | 21 |
2 | 26 Apr 2024 | 89 | 13 |
3 | 07 May 2024 | 94 | 12 |
4 | 13 May 2024 | 96 | 10 |
5 | 20 May 2024 | 49 | 8 |
6 | 25 May 2024 | 57 | 7 |
7 | 01 Jun 2024 | 57 | 8 |
State Election Schedule
State | Date of Counting |
Andhra Pradesh | 04 Jun 2024 |
Arunachal Pradesh | 02 Jun 2024 |
Odisha | 04 Jun 2024 |
Sikkim | 02 Jun 2024 |
आज के Article में “Election Kya Hai in Hindi” के बारे में जाना। आशा करते है की यहाँ तक आर्टिकल पढ़कर आपको आपके सवाल का जवाब मिल गया होगा। अगर आपको हमारा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे Share जरूर करना। और अगर आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमे Comment भी कर सकते है। Thanks ….
FAQ’s About “Election Kya Hai in Hindi”
भारत में चुनाव भारत निर्वाचन आयोग करवाता है, यह एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में संघ एवं राज्य निर्वाचन प्रक्रियाओं का संचालन करता है।
Election का हिंदी अर्थ चुनाव या निर्वाचन होता है ?