Ayodhya Kahan Sthit Hai | जाने राम मंदिर के बारे में

नमस्कार दोस्तों जैसा ही हम सब जानते है की हिन्दू धर्म में भगवान राम का कितना महत्व है। भगवान राम से कई लोगों की आस्था जुड़ी है। राम भगवान ने ही दुनिया को मर्यादा और त्याग की शीख दी। उनकी पराक्रम के कई किस्से है, जो हमे उनके प्रति प्रेरित करते है। आपने रामायण तो जरूर सुनी या देखी होगी। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या है। अयोध्या में ही रामजी का जन्म हुआ, और यही पर उन्होंने राजा के रूप में शासन भी किया। लेकिन आपको पता है की भगवान श्री राम की जन्मभूमि कहाँ स्थित है। अगर आप नहीं जानते है की Ayodhya Kahan Sthit Hai. तो आप बिलकुल सही जग़ह पर आए है। आज हम Ayodhya Kahan Per Sthit Hai के बारे में बात करने वाले है। आज के आर्टिकल में आपको Ayodhya Kis Rajya Mein Hai, अयोध्या का पुराना नाम क्या है ? और अयोध्या का इतिहास क्या है जानेंगे। चलिए शुरू करते है,

Ayodhya Kahan Sthit Hai

Ayodhya Kahan Per Sthit Hai | Ayodhya Kis Rajya Mein Hai

अयोध्या उत्तर प्रदेश राज्य में पवित्र सरयू नदी के तट पर बसी एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है। अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक जिला है और यह विभाग का मुख्यालय भी है। अयोध्या को भगवान श्री राम की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। अयोध्या का प्राचीन नाम साकेत भी है, यह स्थान श्री राम की जन्म भूमि होने के कारण कई लोगों का आस्था का केंद्र है। अयोध्या नगरी को मोक्षदायिनी एवं हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थस्थलो में से एक माना जाता है।

जिले के बारे में

सामान्य

  • जिला : अयोध्या
  • मुख्यालय : अयोध्या
  • भाषा : हिंदी (अवधी)

क्षेत्रफल

  • कुल : 2522.0 वर्ग कि.मी.
  • ग्रामीण : 2459.88 वर्ग कि.मी.
  • नगरीय : 62.12 वर्ग कि.मी.

जनसंख्या

  • कुल : 24,70,996
  • पुरुष : 12,59,628
  • महिला : 12,11,368

निर्वाचन क्षेत्र

  • विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र : 5
  • लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र : 1

अयोध्या का पुराना नाम

अयोध्या का पुराना नाम “अवध” या “औड” था, और 1856 तक यह जिस रियासत की राजधानी थी, उसे आज भी अवध स्टेट के नाम से जाना जाता है। रामायण में अयोध्या को प्राचीन कोशल साम्राज्य की राजधानी बताया गया है। इसलिए इसे “कोशल” भी कहा जाता था। अयोध्या कौशल राज्य का हिस्सा था, जिसकी राजधानी साकेत थी, जो आज की अयोध्या है।

अयोध्या का इतिहास | Ayodhya Kahan Per Sthit Hai

जैसा की हमने जाना की उत्तर प्रदेश का एक पवित्र शहर अयोध्या, भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में अत्यधिक धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। रामायण और महाभारत जैसे प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख होने के कारण, अयोध्या हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बन गया है। शहर की सांस्कृतिक पहचान इसके इतिहास और धार्मिक महत्व के साथ गहराई से जुड़ी हुई है।

अयोध्या, जिसे पहले साकेत के नाम से जाना जाता था। अयोध्या एक समृद्ध विरासत है, जो ईसा पूर्व पांचवीं या छठी शताब्दी की है। सरयू नदी के तट पर स्थित, अयोध्या ने तीर्थयात्रियों, इतिहासकारों और पर्यटकों को आकर्षित किया है जो इसकी पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक जड़ों से रोमांचित हैं। आइए अयोध्या के विभिन्न पहलुओं का पता लगाएं, इसकी प्राचीन उत्पत्ति से लेकर इसके मंदिर की भव्यता तक, साथ ही कुछ कम ज्ञात तथ्यों को उजागर करें जो इसकी समृद्धि में योगदान करते हैं।

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अयोध्या प्राचीन कोसल साम्राज्य की राजधानी और भगवान राम का जन्मस्थान था। राजा दशरथ द्वारा शासित इस शहर को एक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण राज्य के रूप में वर्णित किया गया था। इक्ष्वाकु, पृथु, मांधाता, हरिश्चंद्र, सगर, भगीरथ, रघु, दिलीप, दशरथ और राम उन प्रसिद्ध शासकों में से थे जिन्होंने कोसलदेश की राजधानी पर शासन किया था।

बौद्ध काल के दौरान, लगभग छठी-पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व, श्रावस्ती राज्य की राजधानी बन गई। कुछ विद्वानों का मानना ​​है कि अयोध्या साकेत के समान है, जहां कहा जाता है कि बुद्ध कुछ समय के लिए रहे थे। सदियों से, मौर्य और गुप्त राजवंशों के दौरान अयोध्या बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र बन गया, जहां बौद्ध मठों और स्तूपों का निर्माण हुआ।

अयोध्या राम मंदिर का इतिहास | Ayodhya Kahan Sthit Hai

Ayodhya Ram Mandir

अयोध्या राम मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है। राम मंदिर हिन्दु धर्म के सबसे प्रतिष्ठित देवता भगवान राम की जन्मभूमि पर बनाया गया है। इस मंदिर को मुग़ल सम्राट बाबर ने 16वी शताब्दी में ध्वस्त कर दिया था। और उस जगह पर मस्जिद बना दी गई थी, जिसे बाबरी मस्जिद के नाम से जाना जाता था। सदियों से बनाई गई बाबरी मस्जिद वही पर खड़ी रही, फिर 1992 में हिंदू राष्ट्रवादी द्रारा मस्जिद को तोड़ दिया गया। जिसकी वजह से देश में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा पैदा हो गई।

भारतीय राजनीति में दशकों तक अयोध्या विवाद एक विवादस्पद मुद्दा बना रहा। विवाद यह था की जहाँ बाबरी मस्जिद थी, क्या वो भगवान राम की जन्मभूमि थी। इस विवाद का अंत 2019 में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लिए गए निर्णय से हुआ। भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस स्थल पर राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण का फैसला सुनाया। मंदिर का निर्माण भारत सरकार द्वारा गठित एक ट्रस्ट “श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र” द्रारा किया गया।

अयोध्या में इस समय क्या हो रहा है

अयोध्या मंदिर में राम मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। बड़े पैमाने पर अनुष्ठान और कार्यक्रम 16 जनवरी को शुरू होंगे, जिसमें 22 जनवरी को भगवान राम, राम लला की 51 इंच की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

मंदिर ट्रस्ट ने अनुष्ठानों और कार्यक्रमों के सात दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है।कार्यक्रम में 16 जनवरी को प्रायश्चित समारोह और दशविध स्नान, 17 जनवरी को राम लला की मूर्ति का आगमन, 18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजन शामिल है। 19 जनवरी को अग्नि दर्शन होगा। स्थापना, नवग्रह स्थापना एवं हवन। 20 जनवरी को राम मंदिर के गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से शुद्ध किया जाएगा, इसके बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास होगा। 21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों के साथ दिव्य स्नान और शय्याधिवास अनुष्ठान से गुजरना होगा।

अंतिम दिन 22 जनवरी को रामलला की पूजा और अभिषेक होगा। इस कार्यक्रम में उपस्थित उल्लेखनीय लोगों में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, बाबा रामदेव, मोहन भागवत, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और रतन टाटा, और अभिनेता रजनीकांत, अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया शामिल हैं।

दोस्तों आज के आर्टिकल में हमने जाना की “Ayodhya Kahan Sthit Hai” . आशा करते है आपको इस Article से कुछ जानकारी जरूर मिली होगी और आपको आपके सवाल का जवाब भी मिल गया होगा। हम ऐसे ही आपकी जानकारी बढ़ाने वाले आर्टिकल लाते रहेंगे। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आगे Share करना न भूले। अगर आपको कुछ समझ न आए और आपको कुछ सुझाव देना हो, तो आप हमे Comment भी कर सकते है। Article यहाँ तक पढ़ने के लिए Thank You …..

FAQ’s About

1. अयोध्या किस जिले में है ?

अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक जिला है और यह विभाग का मुख्यालय भी है।

2. अयोध्या राम मंदिर कहां पर है

अयोध्या राम मंदिर उत्तर प्रदेश राज्य में पवित्र सरयू नदी के तट पर बसी एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी में है।

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